HELLO दोस्तों, आज हम फिर आयें है फिर एक नए टॉपिक के साथ या फिर यूँ कहिये की आज हम आपके लिए काफी intresting टॉपिक लाये है जिससे जुडी हर छोटी बड़ी जानकारी हमने इस पोस्ट में आपसे share की है | आज का हमारा टॉपिक है psychology kya hai – what is psychology in hindi.
जी हाँ psychology, जिसे हम hindi में मनोविज्ञान कहते है | psychology से जुडी हर जानकारी हमने इस आर्टिकल के जरिये आप तक पहुंचाने की कोशिश की है |
psycology से जुड़े निम्नलिखित points पर आज हम फोकस डालेंगे |
Table of Contents
Psychology kya hai?
psychology साइकोलॉजी को hindi भाषा में हम मनोविज्ञान कहते है | psychology के बारे में जानने से पहले आओ थोडा सा विज्ञान (science) को समझते है कि विज्ञान क्या है ?
विज्ञान एक ऐसा ज्ञान होता है जो हमें वैज्ञानिक अध्धयन से मिलता है | simple भाषा में कहें तो किसी प्राकृतिक घटना या वस्तू के बारे में क्रमबद्ध ज्ञान ही विज्ञान है यानि की विज्ञान तब तक किसी चीज को नहीं मानता जब तक वह उसके तर्क वितर्क पर खरा न उतरे |
अब आप सोच रहे होंगे की हम यंहा विज्ञान के बारे में क्यों बात कर रहे है जब की हमारा टॉपिक तो psychology hai, तो दोस्तों, मनोविज्ञान भी तो एक विज्ञानं है |
प्राचीन समय से ही इन्सान सब कुछ जानना चाहता था उसके अंदर कुछ न कुछ जानने की इच्छा हमेशा बनी रहती है जैसे धरती पर भूकंप क्यों आता है, सूरज कैसे बना ,चाँद कैसे बना और बहुत सी एसी प्राकृतिक घटनाएं जो कि रहस्यमयी थी | ऐसे रहष्यों से पर्दा इन्सान ने उठाया भी लेकिन उसे फिर भी तसल्ली नही हुई जानते हो क्यों ?
क्यूंकि मनुष्य को लगता था की सब कुछ जानने के बाद भी वह खाली है | वह जानना चाहता था की मेरे अन्दर क्या है, क्या है जो मेरे अन्दर चल रहा है, मेरा मष्तिस्क कैसे काम करता है, और यही सब जानने की इच्छा से जन्म हुआ नए विज्ञान का जिसे मनोविज्ञान कहा गया |
दोस्तों psychology जो होती है वो मानव मस्तिष्क (human mind)और मानव मस्तिष्क द्वारा की गये कार्यों का एक अध्धयन होता है जो की वैज्ञानिक तरीके से किया जाता है | psychology हमारे दिमाग और हमारे व्यवहार की study होती है अर्थात् हमारा mind set कैसा है, हमारा behavior कैसा है ? मनुष्य की चेतन और अचेतन अवस्थाओं का अध्धयन करना ही मनोविज्ञान है |
psychology शब्द की उत्पत्ति
सबसे पहले psychology शब्द का प्रयोग सन 1590 में रुडोल्फ गोइकले ने अपनी किताब साईंकोलोजिया में किया था |
Psychology word की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के दो शब्दों Psyche + Logos से हुई हैं | Psyche का अर्थ होता है ” आत्मा ” और Logos का अर्थ होता है ” अध्धयन ” करना | psychology का अर्थ हुआ आत्मा का अध्धयन |
psychology का इतिहास
starting time में सैकड़ों सालों तक psychology को दर्शनशास्त्र का एक part माना जाता था | दर्शनशास्त्र एक ऐसा शास्त्र है जिसमें आत्मा और परमात्मा के सम्बंधों का वर्णन किया गया है | दर्शन शास्त्र को psychology की जननी माना जाता है | सन 1980 में दर्शनशास्त्र को psychology से अलग एक विषय बनाया गया |
Psychology की शुरुआत अरस्तु के समय से मानी ही जाती है अरस्तु के अनुसार मनोविज्ञानआत्मा का विज्ञान है, इसलिए अरस्तु को मनोविज्ञान का जनक भी कहा जाता है|
father of psychology —- अरस्तु
psychology का आत्मा से लेकर व्यवहार तक का सफ़र
- आत्मा का विज्ञान –:
अरस्तु का यह मानना की मनोविज्ञान, आत्मा का विज्ञान है कंही न कंही गलत साबित हो हुआ क्यूंकि आत्मा के रंग-रूप के बारे में किसी को भी कुछ भी नहीं पता था | आत्मा क्या है ,क्यों है कैसी दिखती है ? इस प्रश्न का answer किसी के पास नहीं था | विज्ञान practical चीजों पर ही विश्वास करता था | इसलिए इस विचारधारा को 16वीं शताब्दी में अमान्य घोषित कर दिया गया |
- मन का विज्ञान –:
17 वीं शताब्दी में दार्शनिकों ने इसे मन का विज्ञान माना | दार्शनिकों का मनाना था कि मन के अनुसार ही हमारा शरीर हर कार्य करता है, लेकिन मन का भी स्वरुप और प्रकृति स्पष्ट न होने के कारन ये definition भी खरी नहीं उतर पाई |
- चेतना का विज्ञान –:
19वीं शताब्दी में विलियम वुंट और कई वैज्ञानिकों ने मिलकर इसे चेतना का विज्ञान माना | इनका कहना था कि psychology इन्सान की चेतन अवस्थाओं का अध्धयन करता है | लेकिन ये बात भी समझ के परे थी और विज्ञान की कसौटी पर खरी न उतर पाने के कारन यह सर्वमान्य नहीं हो सकी |
- व्यवहार का विज्ञान –:
अंततः 20वीं शताब्दी में एक ऐसी विचारधारा सामने आई जिसके चलते psychology को व्यवहार का विज्ञान माना गया | यह विचारधारा विज्ञान के नियमों पर खरी भी उतरती थी और इस विचारधारा के अनुसार psychology मनुष्यों और पशुओं के व्यवहार का अध्धयन करता है |
व्यवहारववाद शब्द का प्रयोग सबसे पहले 1908 में मैकडूनल ने अपनी book में किया था |
इस विचारधारा के अनुसार मनोविज्ञान की कई परिभाषाएं भी दी गई जैसे –
वाटसन के अनुसार,
“मनोविज्ञान व्यवहार का निश्चित विज्ञान है |”
मन के अनुसार,
“आधुनिक मनोविज्ञान का सम्बन्ध व्यवहार की वैज्ञानिक खोज से है |”
दोस्तों अब ये बात अच्छे से समझ गए होंगें की मनोविज्ञान एक ऐसा विज्ञान है जिसके through हम दुसरे की feelings, दुसरे के behavior को समझते है |
Definition of psychology
- Woodworth के अनुसार,
“सर्प्रथम मनोविज्ञान ने अपनी आत्मा को छोड़ा फिर मस्तिष्क को त्यागा, फिर अपनी चेतना खोई और अब वह एक प्रकार के व्यवहार को अपनाए हुए है |”
- क्रो एंड क्रो के अनुसार,
“मनोविज्ञान मानव व्यवहार और मानव संबंधो का अध्धयन है |”
- मन के अनुसार,
“आधुनिक मनोविज्ञान का सम्बन्ध व्यवहार की वैज्ञानिक खोज है |”
मनोविज्ञान की पहली प्रयोगशाला विलियम वुंट ने जर्मनी के लिपजिग स्थान पर सन 1879 में स्थापित की इसके कारन ही विलियम वुंट को प्रयोगात्मक और आधुनिक मनोविज्ञान का जनक कहा जाता है |
भारत के 1st मनोवैज्ञानिक नरेन्द्रनाथ गुप्ता थे जिहोने कोल्कता विश्वविद्यालय में 1916 में मनोविज्ञान विभाग की पड़े ki.
आएये अब जानते है की मनोविज्ञान को विज्ञान का दर्जा क्यों दिया गया ?
- मनोविज्ञान में भी विज्ञान की तरह ही विधि का प्रयोग किया जाता है |
- जैसे विज्ञान में रिसर्च होते है उसी तरह ही मनोविज्ञान भी रिसर्च करता है |
- मनोविज्ञान में भी research करने के बाद proof भी किया जाता है |
- मनोविज्ञान के जो भी rules होते है जो भी सिधान्त होते है हर जगह लागू होते है |
- मनोविज्ञान विज्ञान की तरह ही भविष्यवाणी भी कर सकता है |
मनोविज्ञान का क्षेत्र
मनोविज्ञान को इतने detail में जानने के बाद अब इतनी बात तो समझ में आती है जब मनोविज्ञान इतना बड़ा है तो इसका स्कोप भी काफी होगा |
psychology के मुख्य क्षेत्र इस प्रकार है –:
General Psychology
Abnormal Psychology
Child Psychology
Education Psychology
Adult Psychology
Clinical Psychology
Animal Psychology
Comparative Psychology
Social Psychology
Human Psychology
Personality Psychology
Quantitative Psychology
Legal Psychology
health Psychology
community Psychology
biological Psychology
Psychology का उपयोग
आज के टाइम में इंसान बहुत busy हो गया है उसे हर समय tenson रहती है | इन्सान बहुत तनाव फील करता है ऐसे में psychology एक वरदान साबित हुआ है | हर एक इंसान के लिए ही नहीं बल्कि हर एक क्षेत्र में psychology की जरुरत पड रही है जैसे —
- मनुष्य के मस्तिष्क को समझने करने के लिए | इंसानी दिमाग बहुत कुछ सोचता है, बहुत कुछ करता है | psychology इंसान के mind set को समझकर नये-नये प्रयोग करती है |
- मनुष्य के शरीर की कार्य विधि को समझने में सहायता करता है |
- हेल्थ से रिलेटेड इंस्ट्रूमेंट एंड फेसिलिटी का विकास करने में सहायक |
- मानसिक रोगों को समझ कर उसको सोल्व करके इंसान को positive जीवन जीने के लिए प्रेरित करना |
- बड़ी से बड़ी सेक्टर की कंपनियां भी अपनी ग्रोथ को बढाने के लिए psychology का सहारा लेती है | कंपनियां लोगों की सोच ,पसंद –नपसंद, के according अपने प्रोडक्ट को तैयार करती है ताकि लोगों को उनके प्रोडक्ट पसंद आये और purchese करें जिससे कंपनियों की ग्रौथ हो, डिमांड बढे |
- आतंकवादीयों और अपराधियों को दोबारा अपराधी न बनने देना इस दिशा psychology काफी useful रही है| psychology ने ये बात साबित कर दी है की इंसान जन्मजात क्रिमनल नहीं होता उसकी स्थितियां उसे क्रिमनल बनने पर मजबूर कर देती है, तो ऐसे में psychology क्रिमनल की उस स्तिथि को समझकर उसे दोबारा क्राइम करने से रोकती है |
- लोगो की कमजोरियों को जानकार उन् कमजोरियों को दूर करके उनका मानसिक विकास करने में और उन्हें मजबूत बनाने में सहायक |
कैसे बने psychologist ?
जैसा की अभी हमने जाना की psychology human being के व्यवहार की study है | psychology की study करने वाले को हम psychologist कहते है | psychologist बनने के लिए BA in Psychology करना होगा |
इस के लिए हमें बारहवीं पास होना जरुरी है फिर चाहे बारहवीं किसी भी स्ट्रीम में हो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता | यह Bacholor in psychology course तीन साल का होता है |
BA in Psychology के subjects
Human behavior
Human psychology
Social psychology
Disorders psychology
Individual psychology
Development psychology
Bachlor of psychology करने के बाद फिर आप master of psychology कर सकते है |
psychologist बनने के लिए आपकी कम्युनिकेशन स्किल अच्छी होनी चाहिए क्यूंकि यह एक विषय है जिसमे हम दूसरो को समझने की कोशिश करते है | हमारा बोलने का तरीका अगर बेटर होगा तो इसका patient पर अच्छा असर पड़ता है |
psychologist बनने के लिए आपके अंदर patience होना चाहिए ,आपके अंदर confident होना चाहिए की आप अपने क्लाइंट को हैंडल कर सके उसके हर अच्छे और बुरे व्यवहार को positively तरीके से सुनाने और समझने की हिम्मत होनी चाहिए |
psychology में करियर options
धीरे धीरे बदलते समय और लोगों की lifestyle के साथ ही मनोविज्ञान में अपना फ्यूचर बनाने की posibilty ज्यादा बढती जा रही है | psychology को हम एक अच्छे फ्यूचर option के रूप में भी देख सकते है |
जो psychology ट्रीटमेंट होता है वो दवाइयों के base पर नहीं होता | इस ट्रीटमेंट में लोगों की सोच में बदलाव किये जाते है | psychology में अपना करियर बनाने का एक अच्छा option हमारे सामने होता है | इस क्षेत्र में रोजगार की कोई कमी नहीं है | जैसे –
- psychologist बनने के बाद आप गवर्नमेंट hospital या प्राइवेट हॉस्पिटल में अच्छी जॉब पा सकते है |
- यूनिवर्सिटी, research organisation etc. में आप अपना carrer बना सकते है |
- DRDO (डिफेन्स रिसर्च डेवलपमेंट आर्गेनाईजेशन ) में आप जॉब पा सकते हो | यह भारत का रिसर्च सेण्टर है |
- आप अपना खुद का clinic खोल सकते है और एक अच्छी कमाई कर सकते है |
psychology के अन्दर जैसी आपकी qualification होती है उसी के according आपकी payment होती है |
Psychology के लिए best college in India
REVA University, Banglore
Christ University
Jai Hind College
Kamla Nehru college
Indira Gandhi National Open University
All India Institute of Medical Science New
Lpu Jalandhar
Banaras Hindu University
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने इस आर्टिकल में psychology से जुडी हर जानकारी जैसे psychology kya hai ? यह कैसे एक subject बना ? psychology की history, psychology as a carrer, scope of psychology in hindi etc. के बारे में detail में चर्चा की | I HOPE आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी |
अगर आपका कोई सवाल है तो आप नीचे हम से कमेंट में पूछ सकते हैं हम आपके सवाल का जवाब जरूर देंगे और अपने दोस्तों के पास psychology kya hai – what is psychology in hindi इस जानकारी को जरुर शेयर करें |
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