ALBIDA IRRFAN

अलविदा इरफ़ान 

1- गुंडे

“पिस्तौल की गोली और लौंडिया की बोली जब चलती है, तो जान दोनों में ही खतरे में होती है.”

2- डी-डे

“गलतियां भी रिश्‍तों की तरह होती हैं, करनी नहीं पड़ती, हो जाती है.”

3- पान सिंह तोमर

“बीहड़ में बागी होते हैं, डकैत मिलते हैं पार्लियामेंट मां.”
                                                                                                       –   By IRrfan khan

बता दें की फ़िल्मी दुनिया के मशहूर अभिनेता इरफान खान अब हमारे बीच  नहीं रहे , लेकिन वह हमारे दिलो के बीच हमेशा रहेंगे , इरफान खान आखरी साँस तक अपने आप से लडे और आज उन्होंने दुनिया लो अलविदा कहे दिया ,आज फ़िल्मी इंडस्ट्री ने अपना एक चमकता हुआ सितारा खो दिया।

     फ़िल्मी रंगमंच  के super star 
about irrfan khan
IRrfan khan
इरफ़ान खान का बचपन                                                                                                                       
उनका   न्म राजस्थान के जयपुर में , एक मुस्लिम परिवार में, सईदा बेगम खान और यासीन अली खान के घर हुआ  और यहीं वे पले और बडे  हुए । स्कूल के दिनों से ही वे पढ़ने में बहुत तेज स्टूडेंट नहीं थे  और खासकर स्कूल जाने से उन्हें बहुत चिढ़ होती थी। सुबह 6.30 बजे स्कूल जाना और दोपहर में 4 बजे तक वापस आना बहुत बोरिंग काम लगता था। 
इसके बजाय उन्हें क्रिकेट खेलना बहुत ही अच्छा लगता था।अपने पड़ोस में और चौगान स्टेडियम में जाकर क्रिकेट खेलने में खूब रुचि लेते थे  और बड़ा होकर क्रिकेटर ही बनना चाहता थे । क्रिकेट में उनकी प्रैक्टिस भी खूब अच्छी थी  पर जब घर पर सभी को यह बात मालूम हुई तो उन्होंने इसके लिए इजाजत नहीं दी। घर पर सभी को यह ठीक नहीं लगा कि वे क्रिकेट खेलें । इस तरह उनका क्रिकेट छूट गया।


पर ग्रेजुएशन के साथ ही उन्होंने  एक्टिंग की तरफ भी ध्यान देना शुरू किया। एक्टिंग सीखने की कोशिश करने लगे । फिर उनकी मुलाकात नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) के एक शख्स से हुई। वे कॉलेजों में जाकर नाटक किया करते थे। उनके साथ उनकी टीम में शामिल हो गये  और स्टूडेंट्‍स के साथ कॉरिडोर में, क्लासरूम में और कैंटीन में ड्रामा करते हुए ही एक्टिंग के प्रति समझ बढ़ी और इस दिशा में करियर को लेकर गंभीर हुये। 

”बड़ा होने पर कोई डॉक्टर बन जाता है तो कोई एक्टर। बड़ा होने पर चाहे हम कुछ भी बन जाएँ पर सभी को अपने बचपन के दिनों की याद तो आती ही है। बचपन के दिन सबसे मजेदार होते हैं। इन दिनों की घटनाएँ बड़ा हो जानेपर ही कहीं ना कहीं याद आती ही है”

उनका निजी जीवन 

एक इंटरव्यू में खान ने वताया की वे जब 16 वर्ष के थे तो उन्हें दूध वाले की लड़की से प्यार हो गया था ,बे अक्सर बड़े शौक से दूध लेने उस लड़की की झलक पाने के लिए दूध वाले के घर जाया करते थे।  वह लड़की भी उन्हें देखकर मुस्कुरया  करती थी ,
फिर एक दिन उस लड़की ने इरफान को कमरे में बुलाया तो   सोचने लगे की कुछ न कुछ होने वाला है। उस लड़की ने इरफ़ान को एक कॉफी  दी  उसमे एक चिठी  थी और बगल में रहने वाले लड़के को देने को कहा उन्होंने अपने आप को हीरो समझते  हुए अपने कजिन के लिए अपना प्यार कुर्वान कर दिया
23 फरवरी 1995 को उन्होंने उन्होंने फ़िल्मी लेखक और साथी सुतापा से शादी की। उनके दो बेटे है बाबिल और अयन। उन्होंने अपने नाम की अंग्रेजी वर्तनी ”IRRFAN’ के बीच में अतिरिक्त R डालकर ”IRRFAN” कर दिया। उन्हें अपने नाम में अत्तिरिक्त R सुनना  बेहद पसंद था

निधन

 इरफान खान जो कि लंबे समय से कैंसर से जंग लड़ रहे थे, आज जिंदगी की जंग हार गए. मंगलवार को खबर सामने आई थी कि अचानक उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई जिसके चलते उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम साँस ली। 

फ़िल्मी दुनिया से लेकर राजनीती में  शोक की लहर –

आज मशहूर अभिनेता हमारे बीच नहीं रहे फिल्म इडस्ट्री से लेकर तमाम लोगो ने उन्हें याद किया
सच मै इरफ़ान खान लोगो के पसंदीदा अभिनेता थे।

     रंग मंच की  दुनिया की अपूर्ण क्षति

about irfan
मोदी जी सहित कई लसगो लोगो ने किया दुःख व्यक्त किया  , मोदी जी  ने शोक व्यक्त करते हुआ लिखा उनोने लिखा की उनके बहुमुखी अभिनय के लिए उन्हें हमेशा याद किया जायेगा.
 तो वही इरफ़ान खान की   याद में नम आंखों से अनुपम खैर ने कहा ” कभी -कभी दुःख प्रकट करने के लिए शब्द कम  पड़  जाते हैं ”        
फ़िल्मी रंगमंच के इस महान  महारथी को हम और हमारी टीम की और से भावपूर्ण सिर्द्धांजलि। आपकी कला और ईमानदारी को देश सदैव याद रखेगा। 🙏🙏😟😟                                                                                                             

if you really realized gladful after reading this article ,please share and support our team.                                                          ”thank a lot of you”’

2 thoughts on “ALBIDA IRRFAN”

Leave a Comment